Tuesday, November 18, 2014
Sunday, November 16, 2014
my new book on subject Arab Culture/Islamic studies
Lucknow University ke pathkaram B.A II All colleges and University
ise hasil karne ke lea contect karen 09936244415
स्पेन एवं बग़दाद
का संस्कृतिक इतिहास
डॉ मोहम्मद सलमान खान नदवी
प्रवक्ता अरब कल्चर विभाग
मुम्ताज़ पी. जी . कॉलेज लखनऊ
प्रकाशक
दारुत्तालीफ़ वत्तर्जुमा, लखनऊ,
(Center for translation & Publication )
Email ID : drsalmannadwi@gmail.com
Contact no: 09936244415
प्रकाशक
दारुत्तालीफ़ वत्तर्जुमा, लखनऊ,
(Center for translation & Publication )
प्रथम संस्करण 2014
Rs 250
सर्वाधिकार सुरक्षित लेखक
कम्पोज़% Zahra Computer & Translation Center Makka Gunj Near Shia PG College Lucknow
Email ID : drsalmannadwi@gmail.com
Contact no: 09936244415
प्रस्तावना Introduction
आज मारकेट विभिन्न प्रकार की पुस्तकों और शोध कार्य से भरी हुवी हैं, उस में विभिन्न प्रकार के रंग व फूल नज़र आएं गे, अरबों की सभ्यता व संस्कृति विशेष कर मध्य युग का इतिहास दुन्या के नक्शे में महत्वपूर्ण स्थान रखता है,मध्य युग में अरबों ने एक विशाल संस्कृति की नीव रखी थी, इब्ने होकल का बयान है कि मध्य युग में अरब दुनिया में साक्षरता और शिक्षण ( education / literacy ) का कार्य यहाँ तक विकसित हो चुका था कि केवल सिसिली ( Sicily ) जैसे छोटे से शहर में 600 प्राथमिक स्कूल मौजूद थे और इतने बड़े बड़े थे कि अबू कासिम बलखी की रिवायत के अनुसार 3000 क्षात्र केवल उनकी अपनी संस्था में अध्यन कर रहे थे. इसी तरह दमिश्क ( Damascus ) , हलब ( Halab ) , बगदाद ( Baghdad ) , मूसिल ( Mosul ) , मिस्र ( Egypt ) , बैतुल मुक़द्दस ( Jerusalem ) , बाल्बक , कुर्तुबा ( Cordoba ) नीशापूर और खुरासान ( Central Asia ) आदि भी स्कूल , कॉलेज और विश्वविद्यालयों से भरे थे .' जामिया निजामिया बगदाद जो पांचवीं शताब्दी से नौवीं शताब्दी तक दुनिया की एक महान संस्था थी इसमें नियमित क्षात्रों की संख्या 6,000 रहा करती थी .
दसवीं शताब्दी के इमाम नईमी के अनुसार, केवल दमिश्क नगर में कानून ( law and jurisprudence ) के कॉलेजेज़ और विश्वविद्यालयों का आलम यह था कि 63 शैक्षिक संस्थान इमाम शाफई के थे , 52 हनफी मसलक के 11 हम्बली मसलक और 4 मालिकी मसलक के थे . इसके अलावा चिकित्सा विज्ञान के( medical sciences ) के स्कूल और कॉलेज अलग थे .
मध्य युग में अरबों ने दुन्या को उस समय विज्ञान से परिचित कराया था जब यूरोप और दुन्या के अन्य देश घटाटोप अन्धेरे में थे और उस काल को ( Dark age ) के नाम से जाना जाता है. इस्लामी शिक्षाओं की बदौलत मिली प्रेरणा से मुसलमान शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास की ओर क़दम बढ़ा रहे थे जबकि यूरोप के निवासियों को पीने का साफ पानी भी मयस्सर न था. मुसलमानों के इल्मी शगफ़ का यह आलम था कि इस्लामी दुनिया के हर शहर में सार्वजनिक और निजी पुस्तकालयों की बड़ी संख्या मौजूद थी और अधिकांश पुस्तकालय में लाखों पुस्तकों का भंडार था. कुर्तुबा(Cordoba), ग़र्नाता (Granada ), बगदाद (Baghdad ) और त्राब्लुस (Tarabulus ) आदि पुस्तकालय दुनिया के महान पुस्ताकालियों में समझे जाते थे .
' इब्ने तौलून अस्पताल ' ( Ibn - i - Tulun Hospital ) बड़े परसिद्ध थे. इब्न तौलून मेडिकल कॉलेज में इतनी बड़ी लाएब्रेरी थी जिस में medical sciences ही की एक लाख से अधिक किताबें थी. अस्पतालों का निजाम आधुनिक पश्चिमी देश के अस्पतालों की तरह बहुत व्यवस्थित और व्यापक था और यह व्यवस्था दमिश्क , बगदाद , काहिरा , बैतुल मुक़द्दस , मक्का , मदीना और उन्दुलुस हर जगह मोजूद थी . बगदाद का ' अज्दी अस्पताल ' ( Azdi Hospital ) जो 371 हिजरी में क़ाएम हुआ , दमिश्क का ' नूरी अस्पताल ' ( Noorie Hospital ) , मिस्र का ' मंसूर अस्पताल ' ( Mansuri Hospital ) और मोरक्को का ' मराको अस्पताल ' ( Moroccan Hospital ) इस समय दुनिया के सबसे बड़े और सभी आवश्यक सुविधाओं और उपकरणों से सुसज्जित अस्पतालों में थे .
साहित्य और विज्ञान के कुक्ष महत्वपूर्ण विषय की सूचि इस प्रकार है, जिस पर काफी हद तक चर्चा की गई है फिर भी कई विषय शोध के योग्य हैं, (इतिहास विज्ञान) त्जकिया तसव्वुफ़ (साहित्य) (बलागत) (बीजगणित जब्र) ( बहस की कला) (दर्शन शास्त्र) (मनोविज्ञान) (नैतिक विज्ञान) (राजनीति विज्ञान) (समाजशास्त्र) (संस्कृति) (सुलेखन कला) (अर्थशास्त्र) (रसायन विज्ञान) (भौतिक विज्ञान) (जीव विज्ञान) (वनस्पति विज्ञान) (कृषि विज्ञान) (जूलॉजी) (मेडिकल साइंस) (औषध) (भ्रूण विज्ञान) (ब्रह्माण्ड विज्ञान) (विश्वोत्पत्तिवाद) (खगोल विज्ञान) (भूगोल) (भूविज्ञान) ( पूरातत्व)
मेरी इस पुस्तक को पांच भागों में बांटा गया है, प्रथम भाग में स्पेन में अरबों के आगमन से पूर्व के हालात तथा वहाँ की संस्कृति, और उसके पश्चात उमय्या राज्य की स्थापना, मुस्लिम शासन काल में स्पेन का संस्कृतिक, आर्थिक, शैक्षिक, प्रशासनिक, नियायिक आदि क्षेत्रों में उन्नति का उल्लेख किया गया है.
दिर्तीय भाग में बग़दाद की राजधानी का सौन्दर्यीयकरण, राज प्रसादों, भवनों तथा मस्जिदों का निर्माण, उनका संस्कृतिक विकास, वैज्ञानिक तथा तकनीकी उपलब्धियों, औषाधियों तथा चिकित्सा के क्षेत्र में हुई उन्नति का विवरण प्रस्तुत किया गया है इसी के साथ साथ महान नगरों और महलों के चित्र भी दिए गए हैं.
तृतीय भाग में स्पेन के मुराबितीन और मुवाहिदीन शासन का उल्लेख किया गया है, परमुख शासकों के शासन काल के विभिन्न क्षेत्रों का विस्तृत विवरण तथा महत्वपूर्ण युद्ध सम्बन्धी घटनाओं से पाठक को अवगत कराया है इस्लाम के चार धार्मिक समूहों का भी ज़िक्र है.
चतुर्थ भाग में बग़दाद की संस्कृतिक उन्नति और अब्बासी राज्य पर प्रकाश डाला गया है, खलीफ़ाओं का परिचय, उनका शासन प्रबंध शैक्षिक उन्नति, अदभुत वास्तुकला आदि क्षेत्रों में चतुमुखि विकास लेखबद्द किया गया है.
पंचम भाग में बग़दाद में शासकों की प्रांतीय व केन्द्रीय शासन व्यवस्था, गुप्तचार विभाग की स्थापना आदि का बड़ा ही परिष्कृत विवरण दे कर वास्तविकता से परिचित कराया गया है बर्मकी वंश का इतिहास अब्बासी काल में वज़ीरों के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया है .
Subscribe to:
Posts (Atom)